How to survive nuclear attack

What is Nuclear Weapon? How to Survive a Nuclear Attack? क्या करें?

दोस्तों ये Article लिखने से पहले मैं यही सोच रहा था कि काश ऐसा सिचुएशन ही न बने कि ऐसे Article लिखने की जरुरत पड़ जाये। किसी भी ब्यक्ति को ना पड़े क्योंकि न्यूक्लियर वॉर मतलब होता है सब कुछ ख़त्म। हमारे लिए जानना है कि आखिरकार अगर न्यूक्लियर वॉर जैसी सिचुएशन हुई तो उस केस में आप अपने आप को कैसे बचा सकते हो।

What steps should we take in nuclear attack?

मतलब जब न्यूक्लियर वेपन गिरे तब से लेकर दो मिनट तक उसके अगले 10 मिनट तक फिर अगले यहां पर 20 मिनट तक तो वो एक-एक करके मैं आपको बताऊंगा। इनफैक्ट जब मैं इसके बारे में रिसर्च कर रहा था, मुझे एक चीज पता चला कि 2019 में एक स्टडी किया गया था और इस स्टडी में यह बताया गया कि 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच में एक न्यूक्लियर जंग छिड़ सकती है। जी हां, ये 2019 का स्टडी था और उसमें वही चीज बताया जा रहा था कि पाकिस्तान कुछ ऐसी हरकत करेगा जो कि भारत के बर्दाश्त के बिल्कुल बाहर होगा और धीरे-धीरे एस्केलेशन बढ़ेगा जिसकी वार वजह से न्यूक्लियर युद्ध जैसी सिचुएशन आ सकती है।

How to survive nuclear attack?

इसको थोड़ा सा डिटेल में समझने की आवश्यकता है। देखो सबसे पहले तो मैं आपको बता दूं दोनों देशों के पास जो न्यूक्लियर पावर है अगर हम पाकिस्तान की बात करें तो उनके पास बाबर शाहीन गौरी जैसे मिसाइल्स हैं और इनकी जो सबसे बड़ी रेंज है वो है 2000 कि.मी. तक की। तो यहां पर आप कह सकते हैं कंफर्टेबली कि पूरा का पूरा जो भारत है वो कवर हो जाता है। मतलब भारत के ऊपर न्यूक्लियर का खतरा है। जहां तक भारत का सवाल है तो देखो हम काफी आगे हैं। न्यूक्लियर रेंज में अगर आप बात करोगे तो हमारे पास Agni-1, Agni-2, Agni-3, Agni-4, और Agni-5 है। हमें Agni-5 तक जाने की जरूरत भी नहीं है। यहां पर Agni-1 ही हमारे लिए काफी है। और आप देख सकते हैं पूरा का पूरा पाकिस्तान जो है वो यहां पर कवर हो जाता है। तो न्यूक्लियर पावर के मामले में नो डाउट भारत कहीं आगे है लेकिन न्यूक्लियर तो न्यूक्लियर होता है। अगर एक बार गिरा तो विनाश बहुत ज्यादा होता है।

कैसे रिएक्ट करना चाहिए? कैसे आप अपने आप को सर्वाइव कर सकते हैं?

तो प्रश्न अब यहां पर यही आता है कि कैसे आपको रिएक्ट करना चाहिए? कैसे आप अपने आप को सर्वाइव कर सकते हैं? देखिए जब हम बात करें कि द मूवमेंट ऑफ डिटोनेशन मतलब पहले 2 मिनट में क्या कर सकते हैं? तो जैसे ही न्यूक्लियर वेपन गिरा उदाहरण के लिए जैसा कि आप ये दृश्य देख पा रहे हैं। थ्योरी सिंपल है। जितना आप इसके नजदीक रहोगे यहां पर आपके सर्वाइवल के चांस उतने ही कम होते जाएंगे। मतलब जहां पर न्यूक्लियर वेपन गिर रहा है उससे जितना ज्यादा आप दूर हैं वहां पर सर्वाइवल के चांसेस बढ़ जाते हैं। जाहिर सी बात है जहां पर न्यूक्लियर बम गिरा उससे हार्डली सिर्फ 100 मीटर आप दूर थे। तो तो मतलब आप बच ही नहीं सकते हो। इट इज नॉट पॉसिबल। यहां पर मैं उसकी बात कर ही नहीं रहा हूं। कोशिश यही है कि अगर आप जितना दूर हो उस केस में आप अपने आप को कैसे बचा सकते हैं। तो यहां पर होता क्या है ना कि जैसे ही न्यूक्लियर बम एक्सप्ललोड होता है वैसे ही इमीडिएट बेसिस पर बहुत मैसिव एनर्जी रिलीज होती है इन द फॉर्म ऑफ थर्मल रेडिएशन हीट के फॉर्म में ब्लास्ट प्रेशर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स के फॉर्म में आयोनाइजिंग रेडिएशन जो रेडिएशन रिलीज होता है। तो यहां पर ये फायर बॉल के फॉर्म में होता है जो कि सूरज का जो सरफेस है ना उससे 1000 गुना ज्यादा डिग्री हॉटर आपको ये देखने को मिलेगा और उसके बाद क्या आता है एक शॉक वेव आता है मतलब ये आप देख रहे हो देखते-देखते कुछ ही सेकंड्स के अंदर एक शॉक वेव आएगा लाइट फ्लैश होगा रेडियोएक्टिव फॉल आउट होगा जो मैं आपको एक-एक करके इसके बारे में बताऊंगा कहने का बस सिंपल अर्थ ये है कि जितना क्लोज आप इसके रहोगे उतना बचना चांसेस काफी मुश्किल है।

Instant रिएक्शन क्या होना चाहिए?

इंस्टेंट रिएक्शन यही होना चाहिए। जैसे ही न्यूक्लियर वेपन गिरा इमीडिएट बेसिस पर आपको ग्राउंड पर आ जाना चाहिए। ग्राउंड पर मतलब तुरंत लेट जाना चाहिए। अपना फेस डाउन कर देना चाहिए। पृथ्वी की तरफ अपना चेहरा करना चाहिए और हैंड से उसको कवर कर देना चाहिए। बेसिकली यहां पर कोशिश यही है कि यहां पर जो इंपैक्ट है वो मिनिमम से मिनिमम हो। अगर आप खड़े रहेंगे तो यहां पर सर्वाइवल के चांस ऑलमोस्ट इंपॉसिबल है। तो इमीडिएट बेसिस पर आपको ग्राउंड पर जाना है। लेट जाना है पूरी तरह से। फेस नीचे की तरफ होना चाहिए। जो फ्लैश है वो इंडिकेट करता है कि आप थर्मल वेव के रेंज में हैं जो कि बहुत तेजी से ट्रैवल करता है। मतलब ब्लास्ट होते ही कुछ ही सेकंड्स के अंदर जो थर्मल वेव है वो आपको हिट करेगा। और ध्यान रखिएगा ये जो फ्लैश होता है इसको देखना भी नहीं है। भूल कर भी मत देख लेना क्योंकि अगर आप कई किलोमीटर दूर भी रहे अगर आपने इसको देखा तो यहां पर ब्लाइंडनेस के भी चांसेस होते हैं। बेसिकली परमानेंट रेटिनल बर्न हो सकता है। फ्लैश ब्लाइंडनेस हो सकता है। तो इसको देखना बिल्कुल नहीं है। और इमीडिएट बेसिस पर आपको कवर ढूंढना है। कोई थिक वॉल हो गया, कोई डेस्क हो गया। मतलब देखो अगेन सर्वाइवल के चांसेस कम होते हैं। लेकिन स्टिल आप यहां पर कोशिश कर सकते हैं।

Important Idea during Nuclear attack?

और इनफैक्ट मैं आपको कुछ और आईडिया बताता हूं। बेसिकली अगर आपने सही स्टेप लिया और थोड़ा सा दूर हो आप तो यहां पर चांसेस है कि आप बच सकें। जैसे कि मान लीजिए जहां पर ब्लास्ट हुआ अगर आप जीरो से 1 कि.मी. के रेडियस में हैं तब तो 0% चांस है। आप सर्वाइव ही नहीं कर सकते। टोटल विनाश, जल के राख हो जाएंगे फायर बॉल एक प्रकार से निकलेगा। तो वहां पर तो सर्वाइव कर ही नहीं सकते। अगर आपकी रेंज 1 से 2 कि.मी. की है तो सीवियर डैमेज होगा। थर्ड डिग्री बर्न होगा। अगेन सर्वाइवल के चांस बिल्कुल कम हो जाते हैं। 2 से 5 कि.मी. दूर है तो देखो यहां पर शायद अगेन मैं यही कहूंगा शायद आप सर्वाइव कर पाएं। क्योंकि यहां पर जो थर्ड डिग्री बर्न वगैरह है वो शायद उसका इंपैक्ट कम हो । लेकिन अगेन जो स्ट्रक्चरल डैमेज होता है कोई भी चीज आपको हिट कर सकती है। कांच का टुकड़ा कुछ भी लकड़ी आके इतना तेजी से हिट करेगा कि आप उसी समय इमीडिएट स्पॉट डेथ हो सकती है। तो इसीलिए मैंने आपको बताया था कि जैसे ही ये हो तो पहले फेज में आपको क्या करना है? तुरंत कवर ढूंढने की कोशिश करनी है। और 5 से 10 कि.मी. अगर आप दूर हो तो यहां पर शायद आप बच सकते हैं। अगेन शायद बच सकते हैं क्योंकि यहां पर जो प्रेशर है वेव का वो डैमेज करेगा। लेकिन अगेन आपको अपने आप को प्रोटेक्ट करने की आवश्यकता है।

कैसे आप प्रोटेक्ट कर सकते हैं?

अगेन यहां पर बोला ये जाता है और जो मैंने आपको ग्राउंड की बात की अपना हेड बेसिकली आपको क्या करना है? अपना नेक और हेड ये दोनों बचा कर रखना है। क्योंकि ब्लास्ट होते ही कुछ ही सेकंड्स के लेटर टोरनेडो जैसा विंड जाएगा। 500 कि.मी. पर आर की रफ्तार होगी। बिल्डिंग कोलैप्स होगी। फ्लाइंग शार्पनेस बहुत ज्यादा शार्प जैसी चीजें जो हैं वो आपको हिट कर सकती हैं। तो ये तो बात हो गया पहले 10 मिनट की। मतलब अपना हेड और नेक को बचाना है। जितना दूर आप रहेंगे उतना बेहतर रहेगा। ग्राउंड पर लेट जाना है।

फॉल आउट प्रोटेक्शन क्या है?

बेसिकली इसको न्यूक्लियर फॉल आउट कहते हैं जो कि 10 मिनट से 60 मिनट्स के बीच का होता है। पोस्ट ब्लास्ट। जैसे ही यहां पर ब्लास्ट हुआ जो रेडियोएक्टिव पार्टिकल हैं इसके जैसे यूरेनियम, प्लूटोनियम, सीसियम, स्ट्रोटियम मतलब जितने भी रेडियोएक्टिव पार्टिकल्स हैं इसमें वो आपका क्लाउड के फॉर्म में चले जाते हैं। और फिर क्या होता है? धीरे-धीरे करके यह ग्राउंड पर आते हैं। मतलब स्लोली स्लोली, आप कह सकते हैं लगभग 10 से 20 मिनट बाद जो है यह आपका ग्राउंड पर आना स्टार्ट कर जाते हैं। और यहीं पर आपको अपने आप को बचा कर रखने की आवश्यकता है। मतलब ये जो रेडियोएक्टिव पार्टिकल्स है जो हवा में उड़ा है वो यहां पर आपके शरीर को टच ना करे ये कोशिश करनी है।

10 मिनट के बाद क्या करना है?

आपको कुछ ना कुछ अंदर घर को ढूंढने की कोशिश करनी है। कोई ऐसा इंडोर जगह ढूंढना है। नियरेस्ट जो सॉलिड सील्ड बिल्डिंग कोशिश ये करनी है कि वो बिल्डिंग जितना ज्यादा सील्ड होगा मतलब ये नहीं करना है कि खुला बड़ा वेंटिलेशन वाला बिल्डिंग है। मजे से हवा का आनंद ले रहे हैं वो नहीं है। यहां पर कोशिश ये है कि जैसे बेसमेंट वगैरह हो गया जो कि सील्ड होता है। तो उस तरह की जगह ढूंढने की कोशिश करनी है और जैसे ही मान लो आप गए तो तुरंत कोशिश करना है कि जो विंडोज़, आउटर वॉल, रूफ टॉप उसको ढक दिया जाए पूरी तरह से। जैसे कि मान लो अगर गेट के नीचे गैप होता है थोड़ा सा हवा जहां से पास होती है वहां गिले कपडे से ढक देना है| शट ऑफ वेंटिलेशन सिस्टम, एसी, हीटर ये सब कुछ नहीं चलाना है फैन, विंडोज़ को सील करना है डोर्स को सील करना है किसी भी चीज से और साथ ही साथ देखो यहां पर एक बहुत इंपॉर्टेंट स्टेप लेना है ध्यान रखिएगा जब ये न्यूक्लियर बम फटता है तो जो रेडियोएक्टिव पार्टिकल्स हैं ज्यादातर 90% रेडियोएक्टिव पार्टिकल्स आपके कपड़ों पर रहते हैं तो इमीडिएट बेसिस पर अपना जो कपड़ा है वो निकाल कर बाहर बाहर फेंक देना है। उसको कैरी नहीं करना है। और इसके अलावा यहां पर आपके सर पर जो है बाल पर बहुत सारे रेडियोएक्टिव पार्टिकल्स हो सकते हैं। तो उस केस में तुरंत नहाना है और आपको साबुन से नहाना है और साथ ही साथ कंडीशनर का इस्तेमाल नहीं करना है। ये बिल्कुल भी गलती मत करिएगा क्योंकि कंडीशनर अगर आप लगा लोगे तो यह रेडियोएक्टिव पार्टिकल्स जो होते हैं उसको बाइंड करने का काम करता है और ज्यादा चिपक जाएगा। वो मत करना। साथ ही साथ जो अपना नाक है, इयर्स है उन सबको क्लीन कर लेना अच्छे से। नेल्स वगैरह को स्क्रब कर लेना। तो, यह कुछ स्टेप्स आपको लेने हैं फेज थ्री में।

Nuclear attack के अगले फेज में क्या करें?

अगले फेज में अब अगर हम बात करें, मतलब 24 घंटे से 72 घंटे के बीच में। तो ये अगेन देखो क्या होता है ना मैं आपको बता दूं पहला जो दो दिन है पहला जो 48 आवर्स है वो आपके लिए सबसे ज्यादा क्रूशियल होता है। यहां पर अगर आप सर्वाइव कर गए तो कहीं ना कहीं सर्वाइवल के चांस बढ़ जाते हैं। तो रेडिएशन क्योंकि यहां पर सबसे ज्यादा इंटेंस होता है पहले 2 दिन में। इसीलिए इंपॉर्टेंट है। मैं आपको बताता हूं। पहले 7 घंटे में जो रेडिएशन लेवल है वो इनिशियली जब बम फटा था ना उस समय जो रेडिएशन लेवल था उसका 10% हो जाता है। फिर 40 2 दिन के बाद 48 घंटे के बाद जो शुरू में जितना रेडिएशन था उसका सिर्फ 1% रहता है और 14 दिन के बाद ये गिर कर होता है 0.1% मतलब लगातार रेडिएशन का लेवल कम होता है। लेकिन ये 0.1% भी रेडिएशन ये आपको मृत्यु दे सकता है। मतलब इससे मौत हो सकती है। तो इसको बहुत हल्के में मत लीजिएगा।

Important Step यहां पर आपको लेना है।

स्टेप क्या लेना है कि जैसे आप किसी घर में हो, कहीं पर कुछ हो या फिर आपने अपने आप को पहले से तैयार करके रखा है। तो, जो प्री पैकेज्ड फ़ूड है, सील्ड फ़ूड है, खुले हुए फ़ूड को नहीं खाना है। जो वाटर वगैरह है वो पाइप का आप पी सकते हो अगर वहां पर कंटैमिनेशन नहीं हुआ है। बॉटल वाटर प्रेफर करना चाहिए। बॉटल में जो वाटर है। फ्रेश प्रोड्यूस जो है वो अवॉयड और एक्सपोज्ड फूड है उसको अवॉइड करना है, फिर इसके अलावा वेंटिलेशन हाइजीन जो मैंने आपको बताया ना कि वह सब का आपको ध्यान रखना है और इसके अलावा यहां पर आपके पास कुछ ना कुछ एक कम्युनिकेशन सिस्टम होना चाहिए। अन्यथा आप कैसे बात करोगे? कैसे पता चलेगा सरकार आपके हेल्प के लिए आई है? तो बैटरी पावर कुछ रेडियो वगैरह अपने पास रख सकते हैं। हां, इसमें एक इंपॉर्टेंट चीज ध्यान रखिएगा। अक्सर बात कही जाती है पोटैशियम आयोडाइड की। पोटेशियम हाइड्राइड बेसिकली अगर ये टेबलेट आपके पास है तो विद इन वन आवर जैसे ही रेडिएशन हिट किया जैसे ही ब्लास्ट हुआ अगर आप सर्वाइव कर गए तो 1 घंटे के अंदर-अंदर मतलब जितना जल्दी हो ये पोटैशियम आयोडाइड (KI) ले लीजिए। इससे होगा क्या कि यहां पर जो रेडियोएक्टिव आयोडाइन है वो ब्लॉक हो जाएगा। वो आपके शरीर में प्रवेश नहीं करेगा। और साथ ही साथ यहां पर हाई एटीट्यूड रीजन में अगर न्यूक्लियर ब्लास्ट होता है तो इसकी वजह से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स जो हैं वो ट्रिगर हो जाते हैं। जिसकी वजह से जो इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स वगैरह हैं वो डिसेबल हो जाते हैं। आप इस्तेमाल नहीं कर पाओगे। तो अगेन यहां पर आपको पहले से कुछ ना कुछ जुगाड़ करके रखना होगा जो इलेक्ट्रॉनिक्स वगैरह हैं मेटल बॉक्स के अंदर या कुछ भी मतलब वो डिस्ट्रॉय ना हो। अच्छा यहां पर जहां तक सवाल है कि अगर मान लो किसी को अपने आप को प्रिपेयर करके रखना है।

Survival Kit क्या हो सकता है?

अगर मान लो इंडिया पाकिस्तान का वॉर बहुत ज्यादा तेजी से एकदम आगे बढ़ जाता है और ऐसा लगता है कि पाकिस्तान कभी भी न्यूक्लियर वॉर डिक्लेअर कर सकता है। तो सर्वाइवल किट क्या हो सकता है? जैसे कि रेडिएशन प्रोटेक्शन के लिए मैंने आपको बताया पोटेशियम वाला टैबलेट हो गया। N95 मास्क, ग्लव्स ये सब रखिए। फ़ूड, वाटर वगैरह यह आपको कम से कम 3 दिन का अपने पास रहना चाहिए। कम्युनिकेशन सिस्टम के लिए आपके पास रहना चाहिए। कुछ लाइट पावर, फ्लैशाइट, बैटरी, सोलर चार्जर। इसके अलावा मेडिकल जो है फर्स्ट एड किट इस तरह के मेडिकेशंस होने चाहिए। सैनिटेशंस वगैरह के लिए डॉक्यूमेंटेशन होना चाहिए ताकि एटलीस्ट आप आइडेंटिफाई कर सको। तो आई होप दोस्तों यहां पर एटलीस्ट इस article के माध्यम से आपको समझ में आया होगा

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